NOT KNOWN DETAILS ABOUT KISMAT KA UPAY

Not known Details About kismat ka upay

Not known Details About kismat ka upay

Blog Article

यदि आप अपनी किस्मत चमकाने का उपाय ढूंढ रहे हैं तो यह उपाय आपके लिए बहुत ही अच्छा है अर्थात चीटियों को यदि प्रतिदिन आटा खिलाते हैं तो आपके पाप पुण्य में बदल जाएंगे और आपकी किस्मत भी बदल जाएगी चींटियों को आटा खिलाने से आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है घर में धन-धान्य से पूर्णता रहती है और आप कम समय में अपनी इच्छाएं पूर्ण कर लेंगे।

बेडरूम में अपनाएं ये वास्तु टिप्स, दांपत्य जीवन में बना रहेगा प्यार

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

पक्षियों के लिए दाना-पानी: इस बात का ख्याल रहे कि आप घर के किसी एक हिस्से में पक्षियों के लिए थोड़ा दाना-पानी रखें। यह सकारात्मक ऊर्जा और धन को आमंत्रित करता है।

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

:, तांत्रिक मंत्र: ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:

किस्मत चमकाने के लिए करें ये उपाय, हो जाएंगे मालामाल

लोग लोग अपने कर्म से ज्यादा भाग्य पर भरोसा करते हैं। हाथों में भाग्य रेखाएं होती हैं, उसी तरह कुंडली में नौवां स्थान भाग्य का माना गया है। हालांकि कर्म और भाग्य दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कर्म के सिद्धांत को समझे बगैर आप भाग्य को नहीं समझ सकते हैं। यदि किसी से यह कहा जाए कि भाग्य जैसा कुछ नहीं होता तो वह ऐसे कई उदाहरण बता देगा जिसमें भाग्य का रोल रहा है, जैसे किसी की लॉटरी खुल जाना, अचानक किसी का मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन जाना, आसमान से गिरने के बाद में भी सही-सलामत बच जाना आदि। खैर...

कर्म और भाग्य यदि समानांतर चलें तो इंसान रंक से राजा भी बन सकता है.

उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय ! प्रातः उस जल को तुलसी के पौधे पर चढा दें ! धीरे-धीरे परेशानी दूर होगी !

   पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की शपथ ग्रहण कुंडली से जाने उनकी सरकार का भविष्य

रोज सुबह जब आप उठें more info तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ क्षण देखकर चेहरे पर तीन चार बार फेरे। धर्म ग्रंथों के अनुसार, हथेली के ऊपरी भाग में मां लक्ष्मी, बीच में मां सरस्वती व नीचे के भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु का स्थान होता है। इसलिए रोज सुबह उठते ही अपनी हथेली देखने से भाग्य चमक उठता है। सूर्य की आराधना नियमित करें।

बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आप विशेष रूप से विष्णु सहस्त्रनाम, दुर्गा सप्तशती का पाठ, और गणेश जी की पूजा करना विशेष फलदायी बताया गया है। पूजा में गणेश जी को दूर्वा चढ़ाना अति लाभप्रद होगा।

Report this page